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नई दिल्ली12 घंटे पहले
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फिक्स्ड इनकम संपत्ति के रूप में बफेट ने पेंशन फंड, इंश्योरेंस कारोबारों और बांड का उदाहरण दिया
- बांड के बारे में बफेट ने कहा कि 10 वर्षीय US ट्रेजरी बांड का यील्ड सितंबर 1981 के स्तर से 94% गिर चुका है
- सितंबर 1981 में यह यील्ड 15.8% था, जो 2020 के अंत में घटकर 0.93% के स्तर पर आ गया था
दिग्गज निवेशक वारेन बफेट का मानना है कि फिक्स्ड इनकम असेट्स में निवेश करने वालों का भविष्य अंधकारमय हो सकता है। उन्होंने अपनी कंपनी बर्कशायर हैथवे के शेयरधारकों को लिखे गए एक पत्र में कहा कि पूरी दुनिया में फिक्स्ड इनकम असेट्स में निवेश करने वालों का भविष्य अंधकारमय है। फिक्स्ड इनकम संपत्ति के रूप में उन्होंने पेंशन फंड, इंश्योरेंस कारोबारों और बांड का उदाहरण दिया।
बांड के बारे में उन्होंने कहा कि अभी बांड में निवेश करने के दिन नहीं हैं। उन्होंने कहा कि क्या आप विश्वास करेंगे कि 10 साल वाले अमेरिकी ट्रेजरी बांड का यील्ड सितंबर 1981 के स्तर से 94% गिर चुका है। सितंबर 1981 में यह यील्ड 15.8% था, जो 2020 के अंत में घटकर 0.93% के स्तर पर आ गया था।
जर्मनी, जापान जैसे कुछ देशों में सॉवरेन बांड के निवेश पर निगेटिव रिटर्न मिल रहा है
बफेट ने कहा कि जर्मनी और जापान जैसे कुछ देशों में निवेशक सॉवरेन बांड में निवेश किए गए लाखों करोड़ों डॉलर पर निगेटिव रिटर्न हासिल कर रहे हैं। वारेन बफेट बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन हैं। उन्हें ओरेकल ऑफ ओहामा भी कहा जाता है। उनके द्वारा कहे जाने वाले हर शब्द को दुनियाभर के निवेशक गंभीरता से लेते हैं।
बेहतर कैशफ्लो के कारण बर्कशायर की बीमा कंपनियां शेयरों में बड़ा निवेश कर पाती हैं
बर्कशायर हैथवे के बारे में उन्होंने कहा कि कंपनी के कारोबार में सबसे बड़ा योगदान प्रॉपर्टी या कैजुअल्टी इंश्योरेंस का है। 53 साल से यह बर्कशायर को कोर बिजनेस है। कंपनी की फाइनेंशियल ताकत और नॉन-इंश्योरेंस कारोबारों से होने वाले बेहतरीन कैश फ्लो के बल पर बर्कशायर की इंश्योरेंस कंपनियां शेयरों में भारी भरकम निवेश की स्ट्रैटेजी पर सुरक्षित तरीके से चल सकती हैं। जबकि अधिकतर इंश्योरेंस कंपनियों के लिए इस स्ट्रैटेजी पर चलना संभव नहीं है। उन कंपनियों को रेगुलेटरी और क्रेडिट रेटिंग जैसे कारणों से बांड पर फोकस करना पड़ता है।